Complimentary Unhealth
Unhealthy
Compliment
“मुफ्त” का अस्वास्थ्य
सामान्यतः
हम खाने-पीने पर ध्यान देते ही हैं। और अवेरनेस
के कारण अनहेल्दी खाना एवॉइड भी करते हैं
लेकिन किसी पार्टीमें,
दावत या शादी-ब्याह में, कई बार कंप्लीमेंट्री या उपहार के रूप में,
तो कभी-कभी ऑफिस में हम लोग अनहेल्थी फूड जैसे
कि चाय, कॉफी, कोल्डड्रिंक, आइसक्रीम, चॉकलेट, स्वीट, फास्ट फूड आदि ले ही लेते हैं मानो जेसे मौका मिल गया हो।
चंद किस्सों में किसी खास
रिलेशन की वजह से जोर जबरदस्ती खाना पड़े तो भी ठीक है, पर बाकी के मामलों में?
एसा तो बिल्कुल नहीं ही
की एसे मौके बिना ये सब खाने-पीने की हमारी फाइनेंसियल कंडीशन नहीं है।
फिर चाहे बेकार या नुकसान करने वाली
चीज ही हो,
पर मुफ्तमें मिले वो ले
ही लेना है ऐसी अपनी छुपी हुई मानसिकता तो नहीं ?
(मुफ्त का फायदा, जाने
नहीं देना!)
मुफ्त में जहर मिलेगा तो
भी खा लेगे?
मन की क्षुद्र इच्छाओंका
डट कर इनकार करे...
सरल, सतर्क, सहर्ष ही
“अस्वास्थ्य” अस्वीकार करे...
Comments
Post a Comment